Sunday, 18 October 2020

Essay On Music In Hindi संगीत पर निबंध

Essay On Music In Hindi संगीत पर निबंध दोस्तों संगीत का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान हैं. या यूँ कहे भारतीयों लोगो के दिलो में संगीत की धून अनवरत झनकाती रहती है तो गलत नहीं होगा. बहुत से लोग संगीत सुनने का शौक रखते हैं आज के निबंध भाषण (Essay, Speech, Paragraph) में हम संगीत के महत्व लाभ हानि के बारें में इस आर्टिकल में पढेगे.

Essay On Music In Hindi संगीत पर निबंध

Essay On Music In Hindi

बस, गाड़ी अथवा कैप में यात्रा कर रहे हो या पिकनिक व पार्टी का लुफ्त उठा रहे हो संगीत जीवन के हर मौके पर हमारी ख़ुशी में चार चाँद लगाता हैं. संगीत सुनकर नई ऊर्जा के साथ बिना थके हम अपने कार्य में निरंतर जुटे रहते हैं. भारतीय जनमानस ने संगीत के मूल्य को हमेशा समझा हैं.

तानसेन जैसे संगीतकार इस देश में हुए जिनकी दीपक राग पर आसमान अंगार बरसाने लगता था, वही उनकी मेघ मल्हार राग की झंकार से इंद्र देव बरसने के लिए मजबूर हो जाया करते थे. जीवन के साथ संगीत का इतना गूढ़ सम्बन्ध आज नहीं रहा हैं केवल मनोरंजन और टाइम पास के लिए हम संगीत सुनने लगे हैं.

संगीत पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on Music in Hindi)

भारत में कई संगीत सम्राट हुए जिन्हें आज भी याद करते हैं, संगीत ने उन महान कलाकारों को धन दौलत शोहरत तो दी भी मगर अमरता का वरदान भी दिया, जिसके कारण आज भी हम उनको याद करते हैं उनके नग्मों को बड़े छाव से सुनते हैं, मन से मन के बीच के सम्पर्क को संगीत ने हमेशा स्थापित किया हैं.

मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, सोनू निगम, कुमार शानू, उदित नारायण, गवरी बाई, अल्लाई जिलाई बाई ऐसे कितने ही नाम होंगे जिन्हें संगीत ने अमर कर दिया. आज भी हम उनके गानों को सुनते हैं. संगीत का नशा कुछ ऐसा होता है जिससे तनाव, थकावट, दर्द सब कुछ छूमंतर हो जाता हैं. बालक, वृद्ध, युवा या महिला सभी को संगीत सुनना बेहद प्रिय होता हैं.

वर्तमान में संगीत को एक अलग विषय के रूप में पढ़ाया जाता हैं. यह क्षेत्र बड़े व्यवसाय का रूप ले चुका हैं. जहाँ छोटे बड़े संगीत कलाकर एक गाने या कार्यक्रम से लाखों करोड़ों में कमाई करते हैं.

संगीत एक कला और विशिष्ट विद्या है जिसे गुरु या परीक्षक के निर्देशन में सिखा जा सकता हैं, मगर बड़ी प्रतिभाओं को आज भी जन्मजात माना जाता हैं. फिर भी निरंतर अभ्यास के माध्यम से संगीत के पारंगत बन सकते हैं.

आज संगीत के क्षेत्र में करियर बनाना बेहद आसान हो गया हैं. पुराने जमाने में केवल शासक ही संगीतकारों को आश्रय देते थे या वे मन्दिरों या मजारों में गायकी से ही अपना गुजारा चलाते थे. मगर आज एक अच्छा सिंगर यूट्यूब जैसे माध्यमों पर अपनी कला के प्रदर्शन से पहचान तथा पैसा दोनों अर्जित कर सकता हैं.

आज संगीत के कई बड़े रियलिटी शो और टीवी कार्यक्रम बहुत लोकप्रिय हुए हैं. जहाँ स्टेज परफोर्म के द्वारा एक सिंगर लाखों करोड़ों लोगों में अपनी पहचान बना सकता हैं.सारेगामा प्राइवेट लिमिटेड, यूनिवर्सल म्यूजिक, टिप्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सोनी म्यूजिक एंटरटेनमेंट जैसी कम्पनियां सिंगर को फर्श से अर्स तक पहुंचा देती हैं.

जीवन में संगीत का महत्व Importance of music in human life essay in hindi

म्यूजिक अर्थात संगीत हमारे जीवन में बड़ी भूमिका निभाता हैं. गीत संगीत हमारे जीवन के खालीपन की पूर्ति करता है तथा मन व मस्तिष्क को शान्ति प्रदान करता हैं.

मुझे बालपन से ही संगीत सुनना पसंद रहा हैं. मेरे दादाजी अक्सर संगीत सुनते थे वे कहा करते थे कि हमारे मन मस्तिष्क के विकास में संगीत बड़ी भूमिका अदा करते थे. वे शाम को काफी देर तक रेडियो पर प्रसारित फ़िल्मी गाने सुनने के शौकीन थे उनके विचारों का मेरे जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ा. जिसके चलते मैं भी संगीत प्रेमी बन गया.

घर में किसी अन्य को परेशानी न हो इसके लिए मैं जब भी काम करता हूँ इयर फोन लगाकर संगीत सुनता रहता हूँ. वाकई संगीत एक तरह का योग हैं. जो हमारे लिए बहुत फायदेमंद हैं. कई बार पढ़ते समय भी संगीत सुनने का मन करता हैं मगर मुझे लगता है कि पढ़ते वक्त दो काम एक साथ नहीं किये जा सकते, इसलिए सोने के समय को संगीत सुनने का सबसे अच्छा समय मानता हूँ.

अच्छे मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य तथा शरीर के सभी हारमोन ठीक ढंग से कार्य करे इसके लिए संगीत एक अच्छा माध्यम है जहाँ खाली समय में दिमाग विविध तरह के गलत विचारों से प्रभावित हो सकता हैं ऐसे में संगीत हमारे खाली समय के सही उपयोग करने का बेहतरीन साधन हो सकता हैं यह हमें जीवन में खुश रहने की प्रेरणा देता हैं.

संगीत का जन्म प्रकृति रचना के समय से ही माना जाता हैं. प्रकृति का अपना संगीत पक्षियों की चहचाहट, नदियों की कल कल, पेड़ पौधों की सरसराहट, झरनों का मधुर गान, पक्षियों का कलरव सदा से मानव को उल्लासित करता रहा हैं. हमारी संस्कृति और संगीत का अभिन्न रिश्ता रहा हैं.

हमारे देश में शास्त्रीय ध्रुपद शैली को संगीत को सबसे प्राचीन विधा मानी जाती हैं जो आजकल लुप्तप्राय होने की कंगार पर है मध्यकाल का लोक भक्ति गान, सिनेमा की स्थापना के बाद फ़िल्मी संगीत तथा विविध तरह की लोक विधाओं ने दुनियां को अपनी ओर आकर्षित किया हैं. प्राचीनकाल में भारत में शास्त्रीय संगीत की शिक्षा गुरु शिष्य की परम्परा से दी जाती थी.

'सा रे गा मा पा धा नि' इन सात मूल स्वरों पर ही संगीत की दुनिया टिकी हुई हैं.ग्वालियर, जयपुर, आगरा, लखनऊ, पटियाला आदि के संगीत घरानों का एक लम्बा इतिहास और परम्परा रही हैं. भारत के प्राचीन शास्त्रीय संगीत की हिन्दुस्तानी और कर्नाटक ये दो शैलिया प्रसिद्ध रही हैं. इसके अतिरिक्त ध्रुपद, खयाल, भजन, दादरा, ठुमरी, कव्वाली और गज़ल गायकी के इन रूपों ने भी भारतीय संगीत परम्परा को सम्रद्ध बनाया हैं.

तानपूरा, सितार, संतूर, सरोद, सारंगी, तबला, शहनाई, वीणा, मृदंग और पखावज आदि भारतीय संगीत के सहायक वाद्य यंत्र रहे हैं. भारत में लोक संगीत की विशिष्ट परम्परा रही हैं. शुभ एवं मांगलिक अवसरों पर लोकगीत गाए जाते हैं. जसराज, पंडित भीमसेन जोशी, उस्ताद जाकिर हुसैन, उस्ताद अमजद अली खान, गंगूबाई हैंगल, एम एस सुब्बुलक्ष्मी, एस बालचंदर आदि ने संगीत को बुलंदियों तक पहुचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.

संगीत पर छोटा बड़ा निबंध, अनुच्छेद भाषण 1000 शब्दों में

संगीत का मानव जीवन मे महत्वपूर्ण स्थान है। यह हमारे रिक्त समय में मनोरंजन कराता है और साथ ही मानसिक रूप से शांति की अनुभूति कराता है।व्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होती है,वही संगीत है।संगीत के मोहन सुर की सम्पूर्ण जीव-जगत मे महत्वपूर्ण स्थान है वह किसी से अंजान नहीं है।

संगीत हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है चाहे उसे आंतरिक आवश्यकता भी मान सकते है।संगीत भिन्न-भिन्न प्रकार के होते है जिनका हम जरूरत हो तब प्रयोग कर सकते है। जीवन में शांत,खुश और व्यस्त रहने का सबसे अच्छा उपाय है। इस व्यस्त, भीड़-भाड़ और भ्रष्ट संसार में, जहाँ सभी व्यक्ति एक-दूसरे की टांग खीसने का काम करते रहते है दूसरे को हानि पहुचाने के लिए हर समय तैयार रहते है.

ऐसे समय मे संगीत ही मोटिवशनल का कार्य करते है और हमारे मस्तिष्क का हौसला बढ़ाने की मदद करता है।मैंने मेरे जीवन मे इसे स्वयं यह महसूस किया है कि, संगीत वास्तव में, हमेशा खुश रखने मे सहायता करने वाला संगीत एकमात्र ऐसा साधन है। संगीत ध्यान और योग से अधिक है, क्योंकि यह हमारे शरीर और दिमाक दोनों के लिए लाभदायी है। हम किसी भी समय संगीत सुन सकते है मध्यम आवाज में संगीत सुनना एक अच्छी आदत है।

यह हमारे शरीर को यह हमारे शरीर को शांत तथा स्वस्थ बनाये रखता है आज के समय मे  भ्रटाषार बढ़ता जा रहा हैऐसे समय मे संगीत ही हमारा मित्र बनता है।  सभी मनुष्यो के लिए संगीत भगवान द्वारा दिया गया एक भेंट है। यह हमारे लिए एक आत्मीय कुंजी के समान है.

मेरा संगीत के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है । यह बहुत बड़े स्तर पर राहत प्रदान करते हुए मुझे खुश रखता है। संगीत का मे शौकीन हु और यह मेरे स्वस्थ और सुखी जीवन की पहल है।
 यह मेरे लिए भगवान की तरफ से दिया गया उपहार है, जिसे मैं अपने कल्याण के लिए प्रयोग करता हूँ और इसके साथ ही दूसरों को हर रोज संगीत सुनने की प्रेरणा देता हूँ मेरा संगीत के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है । यह बहुत बड़े स्तर पर राहत प्रदान करते हुए मुझे खुश रखता है।
संगीत का मे शौकीन हु और यह मेरे स्वस्थ और सुखी जीवन की पहल है। यह मेरे लिए भगवान की तरफ से दिया गया उपहार है, जिसे मैं अपने कल्याण के लिए प्रयोग करता हूँ और इसके साथ ही दूसरों को हर रोज संगीत सुनने की प्रेरणा देता हूँ. मैं अपने पिताजी की वजह से संगीत सुनने का शौकीन बन गया क्योकि मेरे पिताजी भी संगीत के शौकीन थे वे अक़सर संगीत सुना करते थे.
संगीत गायन कभी भी सीख सकता है हालांकि इसे सीखने के लिए हुनर की जरूरत होती है और सत्य,लग्न,निष्ठा, नियमित अभ्यास और अनुशासन की आवश्यकता होती है। संगीत के शौकीन के साथ ही मुझे बांसुरी बजानी भी आती है.

भारतीय संगीत

संगीत प्राचीन काल से भारत मे काफी लोगप्रिय रहा है भारत मे लोग संगीत काफी समय पहले सुना कराते थे और आज भी लोगो की पहली पसंद बन हुए है संगीत को प्राचीन काल से लोग इसे सुनते तथा पसंद करते है इस संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है। बहुत से लोग विवाह मे डीजे स्पीकर आदि लाते है तथा डीजे पर नाचते है और लोग विभिन्न उत्सवों और कार्यक्रमों पर संगीत सुनना और गाना बहुत पसंद करते हैं। कुछ लोग हर समय गीत सुना करते है जैसे: ऑफिस में, घर में, रास्ते में आदि।

मुझे संगीत से प्रेम अपने आनुवंशिक गुणों के कारण है क्योंकि मेरे दादाजी और पिताजी संगीत के शौकीन थे वे रात दिन गीत बजाया करते थे।और ये मेरे घर में रोज सुबह से शाम तक धीमी आवाज में संगीत चलता रहता है। मे संगीत का शौकीन तो हूँ पर ज्यादा धुनो के बारे मे नहीं जनता हूँ.

संगीत लोगो का मनोरंजन तथा लोगो के साथ सुख दुख साझा करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन और बढ़ावा देने की है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ावा देता है। संगीत मे वो ज्ञान हो जो हमारे सबसे प्रिय व्यक्ति के साथ की, सभी अच्छी यादों को पुनः याद करने में मदद करता है। इसकी कोई सीमा, बाधा और नियम निर्देशिका नहीं है इसे मन,लग्न,तथा शांति पूर्ण सुनना चाहिए.

जीवन में संगीत का महत्व– लोगो के जीवन मे संगीत महत्वपूर्ण स्थान घेरता है मनुष्य से लेकर पेड़-पौधे, जीव-जंतु आदि। वैज्ञानिक ने यह सिद्ध कर दिया है की संगीत के सुनने से नेत्र तथा ह्रदय रोगो का उपचार मे इसका प्रयोग सफल हुआ है. संगीत योग की तरह है इसका उपयोग योग की तरह ही करना चाहिए  यह हमे खुशी दिलाता है और हमारे शरीर मे हार्मोन को नियंत्रण मे रखता है। इसके साथ ही यह शरीर व मस्तिष्क को राहत देने का भी कार्य करता है। जिसके कारण यह शारीरिक मानसिक रुप से हमारे शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में हमारी मदद करता है। यह हमें मोटापे तथा मानसिक समस्याओं से भी बचाने का कार्य करता है।

मैं संगीत बहुत पसंद करता हूँ संगीत सुनना मुझे अच्छा लगता है मे हर रोज सुबह और शाम को संगीत सुनता हूँ. संगीत हमारे हृदय के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है और संगीत सुनने से अच्छी एनआईडी भी मिलती है  करने में भी हमारी सहायता करता है।

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